डिजिटल इंडिया मेड इन चाइना Navseekh Education June 1, 2020

डिजिटल इंडिया मेड इन चाइना

हम भारत के लोग कुछ ज़्यादा ही सीधे हैं इसलिए आसानी से बेवकूफ बना दिए जाते हैं। इसका कारण शायद हमारी अंग्रेज़ो के काल से चली आ रही शिक्षा पद्धति भी हो, जो उस समय सिर्फ क्लर्क बनाने के लिए उपयोगी थी। भले ही उसमें थोड़े बदलाव हो गए हों मगर बुनियाद तो अब भी वही है। तभी तो हम आज भी नौकरी करना चाहते हैं न की मालिक बनना उसके विपरीत चीन में स्टार्टअप रेट हमसे कहीं ज़्यादा है।

पूरे भारत में कई सालों से एक नेरेटिव फैला है, एक नारा “चीन का बहिष्कार करो, चीनी उत्पादों का बहिष्कार करो”।
सुनने कहने में कितना आसान लगता है। बस कुछ चीज़े ही तो बाहर करनी है जैसे पटाखे, कुछ प्लास्टिक का सामान, सजावट की लाइट और हमारी देशभक्ति सबको दिख जाएगी। वैसे कदम ये भी कोई बुरा नहीं मगर इतना आसान ये है नहीं चीन को भारत से खदेड़ना, चीन भारत की टेक्नोलॉजी, एजुकेशन, फार्मा, एंटरटेनमेंट में बहुत पहले ही  सेंध लगा चुका है।

एक नज़र डालें तो भारत के 92 स्टार्टअप्स जिनमें से 18 यूनिकॉर्न हैं, उन्हे चीनी फंडिंग प्राप्त है। जिसमें Big basket,  Byju’s, Delhivery, Dream 11, Flipkart, Hike, Paytm, Paytm Mall, Policy Bazar, Quicker, Rivigo, Snapdeal, Swiggy, Uddan, Zomato, Oyo, Ola जैसी कंपनियां शामिल हैं। Tiktok भारत में सबसे लोकप्रिय मोबाइल एप्लिकेशन में से एक है। Xiomi का मार्केट शेयर 66% का है। Huawei लगभग हर टेलीकॉम कंपनी को राउटर और उपकरणों की सेवाएं देता है। 75 से ज़्यादा कंपनियों में चाइनीज इन्वेस्टर e-commerce, fintech, media/social-media, aggregation सर्विसेज और लॉजिस्टिक्स में शेयर लिए बैठे हैं। ये सारी चीज़े जो डिजिटल इंडिया का आगाज़ करती हैं कहीं न कहीं   चीनी इन्वेस्टरों की छत्रछाया में पनप रही हैं। अलीबाबा, टेंसेंट और बाइट डांस इसमें मुख्य  इन्वेस्टर हैं। चीनी प्रभावित कोई भी एप्लिकेशन भारतीयों से 50% ज़्यादा परमिशन मांगता है। चीन के पास भारतीय ग्राहकों के डेटा का अंबार सा है जो हमारी बड़ी आबादी को प्रभावित करने के लिए काफी है। इसके अलावा यूसी ब्राउज़र, एमएक्स प्लेयर में चीनी कंपनियों का दखल है।
वॉल्वो और एमजी हेक्टर के ज़रिए भारत के इलेक्ट्रॉनिक व्हेकिल सेगमेंट में चीनी दख़ल शुरू हो भी चुका है। मैन्युफैकचरिंग के साथ-साथ अब तो डिजिटल इंडिया पर भी चीनी नियंत्रण है।
इस सब के बावजूद आपको कहां से लगता है के चीनी फुलझडियां, लाइट और चंद चीनी सामान के बहिष्कार से कोई फायदा होगा? सन 2019 में ही चीनी कंपनियों ने करीब 1.4 बिलियन डॉलर का निवेश भारतीय स्टार्टअप्स में किया है और फरवरी तक इनमें लगभग 54 बार निवेश हो चुका है। अगर हम चीनी निवेश को बाहर करने की कोशिश भी करते हैं तो हमारे कई स्टार्टअप्स धड़ाम से गिर पड़ेंगे। निवेश की कोई सूरत नहीं होती वो तो डायरेक्ट या इन डायरेक्ट दोनों सूरतों में चीनी हो सकता है।

डेटा को बचाना इसलिए ज़रूरी है क्योंकि वो हमारे व्यवहार और आदतों को समझने के लिए उपयोग में लिया जाता है। हमारे व्यवहार की समझ, हमारी आदतों की समझ उसे बदलने में, उसे हमारे ख़िलाफ़ इस्तेमाल करने में उपयोग में लाई जा सकती है। इसका अगर सबसे सही उदाहरण दिया जाए तो वो होगा भारत में कई जगहों पर हुई मोब लिंचिंग, फेक न्यूज के चलते मंदिरों में भीड़ का उमड़ना, भगदड़ में हुई मौतें आदि। हमारे बैंक की जानकारी के साथ भी खिलवाड़ हो सकता है, जो दुर्भाग्यपूर्ण होगा हमें वहां भी सजग रहना होगा।

इन सब चीज़ों से बचने के कोई कारगर उपाय समझ नहीं आते, मेरे सुझाव के हिसाब से सही शिक्षा, जिज्ञासा और प्रश्न जगाने वाला माहौल, और सरकार की ऐसी नीतियां जो  देश के किसी भी नागरिक का डेटा बचाने में सक्षम हो और डिजिटल एजुकेशन जैसे उपाय ही इनका एकमात्र उपाय हो सकते हैं। और हां अंततः आत्मनिर्भरता भी इसमें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। हमें झूठे पाखंडों से बच कर सही और बुनियादी सुधारों पर ध्यान देना होगा तब ही हमारे स्वर्णिम भारत का सपना साकार होगा।

(माफ़ कीजियेगा ये पूरा लेख भी मैंने Xiomi के एक फ़ोन से लिखा है और पोस्ट किया है)

References:-

https://m.patrika.com/noida-news/made-in-india-tag-on-chinese-products-in-markets-1419708/

https://www.counterpointresearch.com/india-smartphone-share/

https://www.google.com/amp/s/www.thehindubusinessline.com/info-tech/how-china-dominates-tech-investments-in-india/article31380773.ece/amp/

https://www.google.com/amp/s/m.economictimes.com/small-biz/sme-sector/a-163-billion-industry-struggles-to-reduce-its-dependency-on-chinese-imports/amp_articleshow/74942617.cms

https://www.google.com/amp/s/aajtak.intoday.in/lite/story/self-reliance-via-china-writes-anshuman-tiwari-in-arthat-india-today-1-1196171.html

https://youtu.be/7aP4UJPKDNs

1 Comment
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    June 3, 2020, 8:36 AM

    Very informative article. Thanks so much for sharing so much of information in less words. Beware is d keyword here..

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