पशु उद्योग, जानवरों के प्रति क्रुरता और सेलेक्टिव एक्टिविज़्म
अगर किसी मां से उसके बच्चे को उसके पैदा होने के सिर्फ आधे घण्टे बाद अलग कर दिया जाए हमेशा के लिए, किसी बच्चे को 7-8 महीने की उम्र में किसी कसाई को दे दिया जाए, आपके बदन की चमड़ी को आपकी अधमरी हालत में खींचा जाए या आपकी रीढ़ में चाकू घोप कर पहले … Continue reading पशु उद्योग, जानवरों के प्रति क्रुरता और सेलेक्टिव एक्टिविज़्म
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed